Dhan ki Kheti : धान में पता लपेट व तना छेदक सुंडी का रोकथाम, % कंट्रोल, जाने कैसे
Dhan ki Kheti : धान में पता लपेट व तना छेदक सुंडी का रोकथाम, 💯 % कंट्रोल, जाने कैसे
खेत तक, नई दिल्ली, 4 सितम्बर, किसान भाइयो धान के खेतो को कई तरह की बिमारियों ने जकड़ रखा है, जिसमें पता लपेट व् तना छेदक सुंडी का रोग मुख्य है । लेकिन किसान भाई क्या करते हैं कि जब शुरुआती स्टेज होती है तो इन बीमारियों पर कंट्रोल नहीं करते या ध्यान दे पाते हैं ।
लेकिन बाद में नुकसान इतना ज्यादा हो जाता है कि उसकी भरपाई करना बहुत ज्यादा मुश्किल हो जाता है क्योंकि जो पौधे खराब हो गए जिनकी गोब चुकी है जो बाली खराब हो चुकी वह वापस से उसकी भरपाई करना बहुत ज्यादा मुश्किल हो जाता है ।
किसान भाइयो आज हम इस लेख के माध्यम से डिस्कस करेंगे कि पत्ता लपेट क्या है उसका लक्ष्ण क्या है ? सुंडी को आप कैसे कंट्रोल कर सकते हो ? किसान भाइयो अगर आप धान की खेती कर रहे हैं और कीटों से अपनी फसल को सुरक्षित रखना चाहते है ?
किसान भाइयो पत्ता लपेट एक लीफ है पत्ता लपेट ब्राउन कलर की या सफेद कलर का कीट पते पर लटक जाता है और वह धीरे धीरे पत्ते को लपेटना शुरू कर देता है । अगर आपको इस टाइप के कीट भी दिखाई दे आपको तब तुरंत सचेत हो जाना है, जो किट सफेद कलर का होता है वह सबसे ज्यादा नुकसान करता है । यह अंडा देके जाएगा और अंडे के बाद उस कीट को कंट्रोल करना ही बहुत ज्यादा मुश्किल है और ज्यादा नुकसान करते हैं तो लार्वा अवस्था में उनको कंट्रोल करना बहुत ज्यादा मुश्किल है ।
तो ऐसी सिचुएशन में आपको क्या करना है जब ये दिखाई दे या तो पत्ते आपके सफेद कलर के हैं या फूद का कीट है ब्राउन कलर है या फिर किसी भी टाइप के कीट दिखाई दे रहे हैं तो आपको तुरंत प्रभाव से स्प्रे करने की आवश्यकता है । आप अगर ऑर्गेनिक करना चाहते है तो ऑर्गेनिक कर सकते हैं और रासायनिक में भी कर सकते हैं और सबसे ज्यादा नुकसान दोस्तों कब होता है जब बाली निकलने की स्टेज होती है बालियां का विकास हो रहा होता है । जब धान 50 दिन की हो जाए उसके बाद में आपको सिस्टमिक का स्प्रे करना है कम से एक बार जरूर करना है ताकि आपको आगे चल कर नुकसान नहीं होगा ।
अगर कुछ-कुछ ही आपको दिखाई दे रहे हैं एक दो पत्ता कीट दिखाई दे तो शुरुआती स्टेज दिख रही है तो इडा क्लोपिड का सिंपल स्प्रे कर सकते हैं जिसमें कि बायर का कॉन्फीडो आता है एड मायर बहुत सारी कंपनियों के अलग-अलग परसेंटेज में इमिडाक्लोप्रिड आते हैं और जैसे कि कॉन्फीडो की अगर बात करें तो बायर का कॉन्फीडो 1 एमए प्रति लीटर के हिसाब से स्प्रे कर सकते हैं ।
अगर बालियों का विकास भी हो रहा है और कीटों का अटैक बहुत ज्यादा हो गया है सुंडी का भी अटैक आपको दिख रहा है सुंडी का सिंटमोबाइल बहुत इफेक्टिव रूप से कंट्रोल करता है और लगभग एक महीने तक आपको यह अच्छे से कंट्रोल करके रख लेगा तो बालियों का विकास अच्छे से हो जाएगा ।